उत्तर प्रदेश पुलिस दरोगा भर्ती में नियुक्तियों की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का नई दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन upsi 2016 protest



नई दिल्ली: आज नई दिल्ली के जंतर मंतर स्थित संसद मार्ग पर उत्तर प्रदेश के दरोगा भर्ती 2016 के अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन किया। वरिष्ठ कम्यूनिष्ट पार्टी के नेता आमिर हैदर रजा की अध्यक्षता में पैगाम-ए-इंसानियत के बैनर तले उत्तर प्रदेश दरोगा भर्ती 2016 एवं सिपाही भर्ती 2013 के अभ्यर्थियो ने उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा नौकरी देने में की जा रही देरी के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की।अभ्यर्थियों ने बताया की पिछले तीन वर्षों से उत्तर प्रदेश दरोगा भर्ती प्रचलित है सभी स्टेज पूरी करने के पश्चात भी सरकार रोजगार नहीं दे रही। इसके लिए पूर्व में भी कई बार आंदोलन किया गया परंतु सरकार के द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया। जल्द से जल्द भर्ती को पूरा करने के साथ ही सभी 6500 सफल अभ्यर्थियो को नियुक्ति की मांग को लेकर अभ्यर्थियो ने माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद एवं गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह को भी ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर हजारों की तादाद में अभ्यर्थी उपस्थित रहे।


क्या है दरोगा भर्ती 2016 का पूरा मामला

अभ्यर्थियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा वर्ष 2015 में दरोगा भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था। परंतु विज्ञापन में खामीयों के चलते यह विज्ञापन रद्द करके शासन के द्वारा वर्ष 2016 में पुन: 3307 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया। जिसके तहत लगभग पुरुष अभ्यर्थियों के 2707 पदों एवं महिला अभ्यर्थियों के लिए 600 पदों पर आवेदन मांगे गये थे। इसके लिए पुरुष अभ्यर्थियो के द्वारा लगभग 540000 एवं महिला अभ्यर्थियों के द्वारा 80000 आवेदन आये। मार्च 2017 में उत्तर प्रदेश में नयी सरकार के आने पर जुलाई 2017 में विभिन्न पालियों में परीक्षा का आयोजन कराया गया परंतु पेपर आउट होने के कारण यह परीक्षा रद्द करनी पड़ी। उसके पश्चात दिसंबर 2017 में परीक्षा का दोबारा आयोजन कराया गया। जिसमें 11091 अभ्यर्थियों को DV/PST एवं PET के लिए सफल घोषित किया गया। यह सभी परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात लगभग 6500 सफल अभ्यर्थी  बचे हैं। जिनकी नियुक्ति को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार एवं पुलिस भर्ती बोर्ड कोई कदम नहीं उठा रही है।

2013 सिपाही भर्ती के अभ्यर्थी भी हुए शामिल

सिपाही भर्ती 2013 में मेरिट में अनियमितताओं के चलते चयन से वंचित रहे अभ्यर्थी भी अपनी मांगे लेकर धरने में शामिल हुए। एक अभ्यर्थी ने बताया की पूर्व की सरकारो ने सिपाही भर्ती 2013  सम्पन्न करायी गयी थी जिसमें चयन सूची में गलत तरीके से आरक्षण लागू किया गया जिसके चलते कई हजार अभ्यर्थी चयन से वंचित रह गये थे। ऐसे अभ्यर्थियों ने ईलाहाबाद हाइकोर्ट में केस किया और वे इस केस को जीत भी गयो। कोर्ट ने उन्हें भर्ती करने का आदेश भी जारी किया परंतु कोर्ट के आदेश जारी होने के पश्चात भी उन्हे नियुक्ति पत्र जारी नहीं किये जा रहे हैं।

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