बुन्देला विद्रोह क्यों हुआ ?
1835 ई० में अंग्रेजों ने उत्तर-पश्चिम प्रांत नामक एक नया प्रांत बनाया, जिसमें मराठों से छीने गये आधुनिक मध्यप्रदेश के दो जिले भी मिलाये गए-सागर एवं दमोह|इस प्रांत में 'बर्ड कमीशन' के प्रतिवेदन पर महलवारी बन्दोबस्त किया गया, जिसमें बीस वर्षों के लिए लगान का निर्धारण बढी हुई दर पर कर दिया गया। इससे यहां के जमींदार नाराज हो गये और उनसे जब लगान जबरदस्ती वसूल किया जाने लगा, तो सागर के दो जमींदारों जवाहर सिंह एवं मधुकरशाह ने 1842 ई० में विद्रोह कर उत्पात मचाना शुरू कर दिया। 1843 ई० तक इस विद्रोह पर काबू पा लिया गया और लगान भी कम कर दिया गया।
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